इस बार  शारदीय नवरात्रि 2022  माता दुर्गा  हाथी पर सवार होकर आएगी |

 ज्योतिषाचार्यों के अनुसार ये भुत ही शुभ फलदाई संजोग है

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार  श्रीवत्स योग और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में माता का आगमन विशेष रूप से फलदायी होगा।

इससे लोगों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आएगी।

कैसे तय होती है मैया की सवारी?

, नवरात्रि का प्रारंभ जब रविवार या सोमवार के दिन से होता है तो माता हाथी पर सवार होकर आती है

कैसे तय होती है मैया की सवारी?

यदि नवरात्रि गुरुवार या शुक्रवार से शुरू हों तो माता रानी पालकी में आती है.

कैसे तय होती है मैया की सवारी?

. वहीं, नवरात्रि की शुरुआत अगर मंगलवार या शनिवार से हो तो माता घोड़े पर सवार होकर आती है.

कैसे तय होती है मैया की सवारी?

मां दुर्गा के नवरात्रि  अगर बुधवार से शुरू हों तो माता नौका में सवार होकर आती हैं.

क्यों खास है हाथी की सवारी?

जब नवरात्रि में माता रानी हाथी पर सवार होकर आती हैं तो बारिश होने की संभावना बहुत बढ़ जाती हैं.

इससे चारों ओर हरियाली छाने लगती है और प्रकृति का सौंदर्य अपने चरम पर होता है. तब फसलें भी बहुत अच्छी होती हैं.

मैय्या रानी जब हाथी पर सवार होकर आती हैं तो अन्न-धन के भंडार भरती है. धन-धान्य में वृद्धि लाती हैं

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